विकसित भारत का लक्ष्य सुनिश्चित करने के लिए संकल्पबद्ध होकर सामूहिक प्रयास करने होंगेः प्रो. ध्रुव चौधरी
रोहतक, गिरीश सैनी । विकसित भारत का लक्ष्य पूरा करने के लिए वैज्ञानिक नवोन्मेष करने की जरूरत है। वैज्ञानिक शोध को नवाचारी बना, विभिन्न वैज्ञानिक-चिकित्सीय चुनौतियों का निवारण कर, प्राध्यापक-वैज्ञानिक नूतन भारत का निर्माण कर सकते हैं। ये उद्गार पं. भगवत दयाल शर्मा यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ साइंसेज रोहतक के वरिष्ठ प्रोफेसर तथा डीन, एकेडमिक अफेयर्स प्रो. ध्रुव चौधरी ने एमडीयू में आयोजित राष्ट्रीय विज्ञान दिवस कार्यक्रम में बतौर मुख्यातिथि व्यक्त किए।
मुख्य अतिथि प्रो. ध्रुव चौधरी ने अपने प्रभावशाली संबोधन में भारत में कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए कोविड वैक्सीन की पहल की चर्चा की। उन्होंने बताया कि विकसित भारत का लक्ष्य सुनिश्चित करने के लिए हम सब को संकल्पबद्ध होकर सामूहिक प्रयास करने होंगे। उन्होंने इंटरडिसीप्लीनरी रिसर्च को बढ़ावा देने की बात कही।
द एनर्जी एण्ड रिसोर्सेज इंस्टीट्यूट, नई दिल्ली के फैकल्टी सदस्य डॉ. बनवारी लाल ने बतौर की-नोट स्पीकर माइक्रोबियल बायोटेक्नोलॉजी के वैज्ञानिक उपयोग बारे चर्चा की। एमडीयू के डीन, एकेडमिक अफेयर्स प्रो. अनूप सिंह मान ने अध्यक्षीय भाषण में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के मानव कल्याण के लिए उपयोग पर बल दिया। कार्यक्रम के प्रारंभ में माइक्रोबायोलॉजी विभागाध्यक्ष डॉ. कृष्णकांत शर्मा ने स्वागत भाषण दिया और विज्ञान दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित इवेंट्स की जानकारी दी। आभार प्रदर्शन एमडीयू के डीन, रिसर्च एंड डेवलपमेंट प्रो. अरुण नंदा ने किया। मंच संचालन प्राध्यापिका डॉ. महक डांगी तथा डॉ. एकता नरवाल ने किया। इस दौरान यूटीडी के विभिन्न विभागाध्यक्ष, प्राध्यापक, शोधार्थी एवं विद्यार्थी मौजूद रहे।
कार्यक्रम में राष्ट्रीय विज्ञान दिवस संबंधित इवेंट्स के विजयी प्रतिभागियों को पुरस्कार प्रदान किए गए। पोस्टर मेकिंग में वंशिका प्रथम, नेहा यादव दूसरे तथा आरती तीसरे स्थान पर रहे। स्लोगन राइटिंग में अंजलि शर्मा प्रथम, भावना दूसरे तथा हिमानी व पुलकिता तीसरे स्थान पर रहे। रंगोली में ऋतिक, खुशबू व मुस्कान ने प्रथम, दूसरा व तीसरा पुरस्कार प्राप्त किया।