लेबर की मदद के लिए केंद्र सरकार ई. एस. आई. सी., मगनरेगा और अन्य फंड का प्रयोग करेः चेयरमैन बावा
प्रधान मंत्री को पत्र लिख कर उद्योगपतियों पर और वित्तीय बोझ ना डालने की अपील
लुधियाना: पंजाब राज्य उद्योग विकास निगम के चेयरमैन कृष्ण कुमार बावा ने नोवल कोरोना वायरस (कोविड 19) के चलते उद्योगों के बंद होने का ध्यान आकर्षित करवाते हुए केंद्र सरकार को यह पुरजोर अपील की है कि इंडस्ट्री में कार्य कर रही लेबर जिनके पास आमदन का कोई साधन नहीं, उनकी वित्तीय तौर पर मदद करने के लिए ई. एस. आई. सी., मनरेगा और अन्य फंड का इस्तेमाल किया जाये।
श्री बावा ने बताया कि उनकी लुधियाना के कुछ उद्योगपतियों के साथ इंडस्ट्री को पेश आ रही मुश्किलें सम्बन्धित बातचीत हुई, तो लुधियाना के प्रमुख उद्योगपति अविनाश गुप्ता ने बताया कि पंजाब की इंडस्ट्री कोराना वायरस कारण बंद पड़ी है। इस समय उन पर कई प्रकार के अतिरिक्त खर्चों का बोझ पड़ रहा है, अब जब केंद्र सरकार उद्योगपतियों पर लेबर की तनख्वाह का बोझ डाल रही है, जिसे सहा नहीं जा सकता है। इससे उनकी मुश्किलें में वृद्धि होगी।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के पास ई.एस.आई. सी. का लगभग 85 हजार करोड़ रुपए का फंड पड़ा है। उन्हांेने बताया कि पंजाब के मुख्य मंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह, अन्य राज्यों के मुख्य मंत्रियों और सांसदों की तरफ से पहले ही देश के प्रधान मंत्री नरिन्दर मोदी को इन फंड का प्रयोग मजदूर वर्ग की मदद करने की अपील की जा चुकी है। बावा ने केंद्र सरकार को यह भी पुरजोर अपील की कि इस संकट की घड़ी में उद्योगपतियों का सहारा बना जाये ना कि लेबर की तनख्वाह सहित अन्य कोई बोझ डाल कर उद्योगपतियों को परेशान किया जाये।