समाचार विश्लेषण/संसद तक ट्रैक्टर, महिला संसद और हठी सरकार 

समाचार विश्लेषण/संसद तक ट्रैक्टर, महिला संसद और हठी सरकार 
कमलेश भारतीय।

-कमलेश भारतीय 
किसान आंदोलन को अभी तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी , कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर और भाजपा ने गंभीरता से नहीं  लिया बल्कि ऐसा लग रहा है जैसे देश में तो राम राज है और ऐसी कोई समस्या नहीं जिस पर सरकार को गंभीरतापूर्वक कुछ सोचने या करने की कोई जरूरत है । फिर काहे का डर और किससे डर ? लगे रहो किसानों हम पर क्या असर ....

कांग्रेस के केरल से सांसद व पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी कल ट्रैक्टर चलाते हुए संसद तक पहुंचे जिसे  सरकार ने आंखें तरेर कर देखा । नरेंद्र तोमर आगे आए और बोले कि कांग्रेस ने ये कानून शुरू किये थे , हमने तो बस लागू किये । अब जिसने लागू किये , ठीकरा तो उसी के साथ पर फूटेंगे कि नहीं ? मनरेगा भी तो कांग्रेस ने शुरू किया था, उसका श्रेय लेते हो कि नहीं ? आधार काॅर्ड योजना कहां से आई ? उसका श्रेय लेते हो या नहीं ? या तो वो भी कांग्रेस के सिर ही फोड़ोगे ? बताओ न । मीठा मीठा आपका और कड़वा कड़वा कांग्रेस का ? ऐसे कैसे चलेगा तोमर जी ? 

दूसरी ओर महिला किसानों ने लगाई महिला संसद जिसमें पहुंचीं सुभाषिणी अली , गुल पनाग और सोनिया मान तो पहले से ही डटी हैं इनके साथ । यह महिला पंचायत या संसद भी बहुत प्रभावशाली रही । महिला किसानों ने भी मीनाक्षी लेखी द्वारा मवाली कहे जाने का जोरदार विरोध किया । अन्नदाता को मवाली कहने की घोर निंदा की गयी ।सुभाषिणी ने पांच दिन पहले से ही हरियाणा में डेरा डाल दिया था । इसी तरह सोनिया मान ने फिल्में छोड़ रखी हैं जब तक किसान आंदोलन चल रहा है । गुल पनाग भी हमेशा से ऐसे आंदोलनों को समर्थन देती हैं और इस बार भी पहुंचीं । इस सबके बावजूद सत्ताधारी नेता चैन की बांसुरी बजा रहे हैं और घोड़े बेच कर सो रहे हैं ।

राहुल गांधी की ट्रैक्टर यात्रा को मीडिया ने ज्यादा कवरेज नहीं दी ।आप समझ सकते हैं कि अभी कुछ दिन हुए हैं जब एक समाचार पत्र के कार्यालयों पर आयकर विभाग के छापे पड़े थे तो दूसरों को भी कान हो गये ।

इधर कर्नाटक में अपने ही मुख्य मंत्री येदि का इस्तीफा ले लिया भाजपा ने जैसे उत्तराखंड में जल्दी जल्दी दो दो मुख्यमंत्री बदले गये । इससे ये संकेत मिल रहे हैं कि यदि कांग्रेस  पंजाब व राजस्थान में ठीक नहीं तो भाजपा भी उत्तराखंड और कर्नाटक में फिर ईजी नहीं कर रही । 
टेक इट ईजी ...