दिव्यांग विद्यार्थियों के लिए दो दिवसीय सतत पुनर्वास शिक्षा कार्यक्रम शुरू

दिव्यांग विद्यार्थियों के लिए दो दिवसीय सतत पुनर्वास शिक्षा कार्यक्रम शुरू

रोहतक, गिरीश सैनी। स्थानीय सिरतार संस्थान में कक्षा के वातावरण में बौद्धिक विकलांगता वाले बच्चों के लिए पाठ्यचर्या और सह-पाठ्यचर्या गतिविधियों का अनुकूलन विषय पर दो दिवसीय सतत पुनर्वास शिक्षा कार्यक्रम (सीआरई प्रोग्राम) का आयोजन किया गया।

 

कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि सिविल सर्जन डॉ. रमेश चन्द्र, उप सिविल सर्जन डॉ. राजबीर सभ्रवाल, जिला समाज कल्याण अधिकारी महाबीर प्रसाद गोदारा व सिरतार के निदेशक डॉ. एडी पासवान ने दीप प्रज्जवलित कर किया। इस कार्यक्रम में दिल्ली व हरियाणा से लगभग 70 प्रतिभागियों ने भाग लिया। मंच संचालन शैलेश कुमार ने किया।


सिविल सर्जन डॉ. रमेश चन्द्र ने दिव्यांगजनों के पाठ्यक्रम गतिविधियों का विस्तार से वर्णन करते हुए बताया कि किस प्रकार से दिव्यांगजन को उनकी कक्षा में इस्तेमाल होने वाली सामग्री में संशोधन और समायोजन करके शिक्षण को दिव्यांग छात्रों की जरूरतों के अनुकूल बनाकर उन्हें समाज की मुख्यधारा में लाया जा सकता है। विकलांग छात्रों को गतिविधियों के द्वारा उनके कौशल को बढ़ाया जा सकता है। उन्होंने दिव्यांगजनों के लिए सरकार द्वारा चलाई जा रही चिकित्सा सुविधाओं व योजनाओं के विषय में भी प्रतिभागियों को बताया। संस्थान निदेशक डॉ. एडी पासवान ने आभार व्यक्त किया तथा संस्थान में दिव्यांगजनों को दी जा रही सुविधाओं से अवगत कराया।