यूनिवर्सिटी आउटरीच सोशल कनेक्ट क्षेत्र में गेम चेंजर होगा: कुलपति प्रो. राजबीर सिंह
रोहतक, गिरीश सैनी। एमडीयू अपने विद्यार्थियों को सामाजिक सरोकारों तथा सामुदायिक मंच से जोड़ने के लिए यूनिवर्सिटी आउटरीच प्रोग्राम के जरिए प्रभावी कार्यक्रम आयोजित करेगा। सत्र 2024-025 में एमडीयू विद्यार्थी न केवल सामाजिक एवं सामुदायिक गतिविधियों से जुड़ेंगे, बल्कि कम्युनिटी इनगेंजमेंट एंड सर्विस वैल्यू एडेड कोर्स भी ले पाएंगे।
कुलपति प्रो. राजबीर सिंह ने यूनिवर्सिटी आउटरीच प्रोग्राम की वार्षिक बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि विद्यार्थियों का सोशल कनेक्ट होना जरूरी है। कुलपति ने कहा कि शिक्षा का सही निहितार्थ सामाजिक तथा सामुदायिक सेवा है। उन्होंने कहा कि यूनिवर्सिटी आउटरीच के जरिए विवि के शैक्षणिक विभागों तथा संबद्ध महाविद्यालयों के विद्यार्थियों को विभिन्न सकारात्मक सामाजिक तथा सामुदायिक गतिविधियों से सक्रिय रूप से जोड़ा जाएगा। कुलपति ने कहा कि यूनिवर्सिटी आउटरीच सोशल कनेक्ट क्षेत्र में गेम चेंजर होगा।
प्रारंभ में यूनिवर्सिटी आउटरीच की निदेशिका प्रो. अंजू धीमान ने यूनिवर्सिटी आउटरीच प्रोग्राम की रूपरेखा प्रस्तुत की। उन्होंने बताया कि यूनिवर्सिटी आउटरीच एक ऐसा मंच है जिससे विद्यार्थियों के व्यक्तित्व का सर्वांगीण विकास भी होगा।
बैठक में उपस्थित सामाजिक कार्यकर्ता बीबीपुर गांव के पूर्व सरपंच सुनील जागलान ने बताया कि आउटरीच प्रोग्राम के जरिए ग्रामीण अंचल में सस्टेनेबल डेवलपमेंट प्रोग्राम को पूरा करना संभव होगा। डीन, एकेडमिक अफेयरस प्रो. ए.एस. मान ने कहा कि यूनिवर्सिटी आउटरीच प्रोग्राम न केवल सोशल कनेक्टिविटी के लिए महत्वपूर्ण होगा, बल्कि विद्यार्थियों में करुणा के संस्कार भी सृजित होंगे। कुलसचिव प्रो. गुलशन लाल तनेजा ने कहा कि यूनिवर्सिटी आउटरीच सामाजिक कल्याण की दिशा में महत्वपूर्ण पहल है।
इस बैठक में कुलसचिव प्रो. गुलशन लाल तनेजा, डीन, स्टूडेंट वेलफेयर प्रो. रणदीप राणा, वित्त अधिकारी मुकेश भट्ट, समन्वयक, यूटीडी आउटरीच प्रोग्राम डा. सुरेंद्र सिंह यादव, निदेशक सीसीसीपीस प्रो. दिव्या मल्हान, निदेशक यूसीसीई प्रो. जेएस हुड्डा, मुख्य परामर्शदाता यूनिवर्सिटी आउटरीच प्रोग्राम प्रो. राजकुमार, निदेशक जनसंपर्क सुनित मुखर्जी सहित अन्य प्रबुद्धजन ने अहम सुझाव दिए।