कुलपति प्रो राजबीर सिंह ने वाईआरसी वॉलंटियर्स को पैशन तथा कम्पैशन की भावना बनाए रखने के लिए प्रेरित किया
रोहतक, गिरीश सैनी। जीवन में बचाव में ही बचाव है। चाहे स्वास्थ्य का मामला हो, या फिर आपदा प्रबंधन का, बचाव तथा सुरक्षा कवच जीवन दायिनी होती है। यह उद्गार एमडीयू के कुलपति प्रो राजबीर सिंह ने एमडीयू यूथ रेड क्रॉस के तत्वावधान में आयोजित एक दिवसीय प्राथमिक उपचार तथा आपदा प्रबंधन प्रशिक्षण कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि व्यक्त किए।
कुलपति प्रो राजबीर सिंह ने यूथ रेड क्रॉस वॉलंटियर्स को शारीरिक तथा मानसिक स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देने को कहा ताकि वे जरूरत के समय आमजन की मदद कर सकें। सामाजिक तथा सामुदायिक कार्यों के प्रति जुनून (पैशन) तथा मन में करुणा (कम्पैशन) की भावना हमेशा बनाए रखने की प्रेरणा कुलपति ने दी।
यूथ रेड क्रॉस की कार्यक्रम समन्वयिका प्रो अंजू धीमान ने स्वागत भाषण दिया और कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत की। फार्मास्यूटिकल साइंसेज विभागाध्यक्ष प्रो हरीश दूरेजा ने बतौर विशिष्ट अतिथि कार्यक्रम में भाग लिया। रोहतक के अग्निशमन अधिकारी राजबीर दलाल ने अग्नि सुरक्षा के उपायों तथा आग लगने की सूरत में प्रबंधन कार्य योजना बारे बताया। फर्स्ट एड तथा होम नर्सिंग के लेक्चरर विष्णु मित्तर ने बेसिक फर्स्ट एड, दुर्घटना के समय प्राथमिक उपचार प्रबंधन की जानकारी दी। वाईआरसी वॉलंटियर्स ने इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में भाग लिया।