कुलपति प्रो. राजबीर सिंह ने दिया उत्कृष्ट शोध कार्य करने का मूल मंत्र
रिसर्च मैथडोलोजी पर आयोजित सात दिवसीय कार्यशाला संपन्न।
रोहतक, गिरीश सैनी। शोध करते समय शोध के मूल में जाने की आवश्यकता है। तभी शोधार्थी प्रमाणिक और गुणवत्तापूर्ण शोध कार्य कर पाएंगे। उत्कृष्ट शोध कार्य करने का यह मूल मंत्र महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. राजबीर सिंह ने फैकल्टी ऑफ मैनजमेंट साइंसेज एंड कामर्स द्वारा चौ. रणबीर सिंह इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल एंड इकोनॉमिक चेंज के तत्वावधान में- रिसर्च मैथडोलोजी विषय पर आयोजित सात दिवसीय कार्यशाला के समापन सत्र में शोधार्थियों से रुबरु होते हुए दिया।
कुलपति प्रो. राजबीर सिंह ने अपने प्रेरणादायी संबोधन में शोधार्थियों को उच्च कोटि का शोध कार्य करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि अच्छे शोध के लिए शोधार्थी विषय की गहराई में उतरे। उन्होंने शोध के विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डालते हुए शोधार्थियों से परिश्रमी और जिज्ञासु प्रवृति के बनने का आह्वान किया। प्रो. राजबीर सिंह ने फैकल्टी ऑफ मैनजमेंट साइंसेज एंड कामर्स तथा चौ. रणबीर सिंह इंस्टीट्यूट को इस कार्यशाला के सफल आयोजन के लिए बधाई एवं शुभकामनाएं दी। कुलपति ने इस कार्यशाला में शामिल प्रतिभागी शोधार्थियों को सर्टिफिकेट प्रदान किए।
निदेशक आईएचटीएम प्रो. आशीष दहिया ने स्वागत भाषण दिया। कामर्स विभाग के प्राध्यापक डा. मनोज कुमार ने कार्यशाला की रिपोर्ट प्रस्तुत की। चौ. रणबीर सिंह इंस्टीट्यूट की निदेशिका प्रो. सोनिया मलिक ने कार्यशाला के उद्देश्य पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इसमें शोधार्थियों को शोध के विभिन्न पहलुओं बारे व्यावहारिक ज्ञान दिया गया। इमसॉर निदेशक प्रो. सत्यवान बरोदा ने आभार जताया। कामर्स विभाग की प्राध्यापिका डा. रेखा धींगड़ा ने मंच संचालन किया। इस अवसर पर फैकल्टी ऑफ मैनजमेंट साइंसेज एंड कामर्स के प्राध्यापक एवं प्रतिभागी शोधार्थी मौजूद रहे।