कुलपति प्रो. राजबीर सिंह ने विद्यार्थियों को सफलता के लिए कड़ी मेहनत करने का मूलमंत्र दिया
विद्यार्थी शिक्षा के साथ-साथ सामाजिक सरोकारों से भी जुड़ेः डॉ. शरणजीत कौर
रोहतक, गिरीश सैनी। महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय के टैगोर सभागार में डीन, स्टूडेंट वेलफेयर, डीन, एकेडमिक अफेयर्स तथा आईक्यूएसी के तत्वावधान में आयोजित तीन दिवसीय स्नातकोत्तर (पीजी) इंडक्शन प्रोग्राम दीक्षारंभ 2024 शनिवार को संपन्न हो गया। भारतीय पुनर्वास परिषद की अध्यक्षा डॉ. शरणजीत कौर ने बतौर मुख्यातिथि इस कार्यक्रम में शिरकत की।
मुख्यातिथि डॉ. शरणजीत कौर ने अपने प्रेरणादायी संबोधन में कहा कि शिक्षा जीवन में सर्वोच्च स्थान दिलाती है। उन्होंने नव प्रवेश प्राप्त विद्यार्थियों से अपने ज्ञान में वृद्धि करने और अपने कार्यों का मूल्यांकन कर अपनी श्रेष्ठता बढ़ाने का आह्वान किया। डॉ. शरणजीत कौर ने विद्यार्थियों को शिक्षा के साथ साथ अपने सामाजिक सरोकारों से जुडऩे के लिए भी प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि विद्यार्थी समाज और राष्ट्र कल्याण के लिए सेवा भाव से कार्य करें। समाज में सभी वर्गों विशेषकर दिव्यांगों को भी साथ लेकर चलें। उन्होंने विद्यार्थियों को सकारात्मक सोच और नेक विचार विकसित कर जीवन ने आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने कहा कि विद्यार्थी अपने कौशल में निरंतर अभिवृद्धि करने और सर्वांगीण विकास के लिए एमडीयू की विभिन्न गतिविधियों में बढ़चढ़ कर भाग लें।
एमडीयू कुलपति प्रो. राजबीर सिंह ने अध्यक्षीय संबोधन में कहा कि विद्यार्थी अपने दो साल के पीजी प्रोग्राम के समय को उपयोगी बनाएं। अपने ज्ञान को बढ़ाएं और अपनी सोच को विस्तार दें। उन्होंने विद्यार्थियों से एमडीयू परिसर में बिताए गए उनके हर एक पल को यादगार बनाने का आह्वान किया। उन्होंने विद्यार्थियों को भविष्य की शुभकामनाएं देते हुए सफलता के लिए कड़ी मेहनत करने का मूलमंत्र दिया। /10/08/2024
इस दौरान डीन, एकेडमिक अफेयर्स प्रो. ए. एस. मान, डीन आर एंड डी प्रो. अरुण नंदा, डीएसडब्ल्यू प्रो. रणदीप राणा विशेष तौर पर उपस्थित रहे। इंडक्शन प्रोग्राम आयोजन समिति की संयोजिका प्रो. सपना गर्ग ने कार्यक्रम का संयोजन एवं समन्वयन किया। एनएसएस प्रोग्राम कोऑर्डिनेटर डॉ. सविता राठी ने प्रारंभ में स्वागत भाषण दिया।
सीसीपीसी निदेशिका प्रो. दिव्या मल्हान ने मंच संचालन किया। सीडीएस निदेशिका डॉ. प्रतिमा ने आभार प्रदर्शन किया। यूआईईटी की प्राध्यापिका डॉ. कविता ने संचालन सहयोग दिया। सहायक निदेशक युवा कल्याण डॉ. प्रताप राठी ने समन्वयन सहयोग दिया। इस दौरान संकायों के डीन, विभागाध्यक्ष, प्राध्यापक एवं पीजी के नव प्रवेश प्राप्त विद्यार्थी मौजूद रहे।