कांग्रेस भवन में जोरदार स्वागत्
मोदी की कोई गारंटी पूरी नहीं : जयप्रकाश
-कमलेश भारतीय
मैं जनांदोलनों से राजनीति में आया और आज भी एक आंदोलन की जरूरत है- मोदी की गारंटी फेल करने का आंदोलन ! यह कहना है कांग्रेस के हिसार लोकसभा क्षेत्र से प्रत्याशी जयप्रकाश का, जिन्हें प्यार से जेपी कहते हैं। प्रत्याशी के रूप में घोषणा होने के बाद वे पहली बार हिसार के कांग्रेस भवन में कार्यकर्ताओं के बीच पहुंचे तो कार्यकर्ताओं ने ज़ोरदार स्वागत् किया । दोपहर दो बजे से कार्यकर्ताओं ने इंतज़ार शुरू किया और जेपी देर सवा आठ बजे कांग्रेस भवन पहुंचे, फिर भी उत्साह कम होने की बजाय बढ़ता ही गया और मंच से लेकर सामने लगाई कुर्सियों पर कोई जगह नहीं बची थी । मंच पर तो जेपी से मिलने, बधाई देने वालों का तांता लगा था जिसके मंच पर अफरातफरी मची रही ।
जेपी ने छोटे से संबोधन में कहा कि मोदी की गारंटी के मुताबिक हर साल दो करोड़ युवाओं को रोजगार नहीं मिला और न ही किसी के खाते में पंद्रह करोड़ रुपये आये। सामाजिक समरसता को खत्म कर दिया । हमें इन बेइमान व झूठे लोगों से लड़ाई लड़नी है । आपने हर विपरीत स्थितियों में मेरा साथ दिया है और पिछले पैंतीस सालों से मैं राजनीति में हूँ और हमें अब मिलकर लोकतंत्र बचाना है।
इनसे पहले कांग्रेस नेता व पूर्व मंत्री प्रो सम्पत सिंह ने कहा कि ऐसा ज़ोरदार स्वागत् किसी प्रत्याशी का नहीं हुआ और भाजपा के राज में किसान, कर्मचारी, युवा, कमेरे और महिलायें समी बुरी तरह परेशान हैं । जेपी का पैंतीस साल का राजनीतिक सफर और अनुभव है। फतेहाबाद से आये पूर्व विधायक प्रह्लाद गिल्लाखेड़ा ने आह्वान किया कि यह लोकतन्त्र को बचाने की लड़ाई है और यदि हम चूक गये तो आगे संकट बढ़ जायेगा । आप का कांग्रेस के साथ गठबंधन होने के चलते हिसार से आप नेता दलबीर किरमारा ने कहा कि भाजपा की कारगुजारियों को न भूलें और जात पात व धर्म की राजनीति से ऊपर उठ कर लोकतंत्र को बचाने के लिए इंडिया गठबंधन को वोट करें । सभा को संबोधित करने वालों में पूर्व विधायक रामनिवास घोड़ेला, नरेश सेलबाल, कुलबीर बेनीवाल, कर्ण सिंह रानौलिया, पूर्व आईएएस अधिकारी चंद्रप्रकाश, अनिल मान, अमर गुप्ता, धर्मवीर गोयत, बजरंग गर्ग, राजेंद्र सूरा, मनदीप बिश्नोई, भूपेंद्र कासनिया आदि शामिल थे । इनके अतिरिक्त योगेश सिहाग, वीर सिंह दलाल, हनुमान ऐरन, रेखा ऐरन, कृष्ण सिंगला टीटू, जे पी ज्याणी, कृष्ण सिंगला, सूबे सिंह आर्य, रणधीर पान्नू आदि मौजूद थे । कांग्रेस भवन में इसके साथ ही गहमागहमी लौट आई, अभी तक सन्नाटा छाया हुआ था।