समाचार विश्लेषण/हमें नाज है मीरा चानू और.....सलाम
-कमलेश भारतीय
टोक्यो ओलम्पिक के पहले दिन मीरा चानू ने वेटलिफ्टिंग में सिल्वर मेडल जीत कर एक हौंसला दिया देशवासियों को कि हम अच्छा प्रदर्शन करेंगे । कितनी छोटी छोटी इच्छायें थीं मीरा चानू की जब अपनी मां के साथ लकड़ियों का बोझा ढोती थी कि अपनी मां को एक बैलगाड़ी लेकर दे सकूं जिस से मां को सिर पर बोझा न ढोना पड़े । मीरा ने अपनी मां का ही नहीं पूरे देश का और हमारे तिरंगे का सिर आकाश तक उठा दिया अपने प्रदर्शन से । पूरे इक्कीस साल बाद कर्णम् मल्लेश्वरी के कांस्य पदक के बाद यह मेडल आया है । इसकी जितनी खुशी मना सकें कम है और जितनी बधाई दें कम है ।
मीरा चानू की कहानी से पहले अपने उड़न सिख मिल्खा सिंह की ऐसी ही कहानियां हैं कि जब वे दौड़े तो उनके पांव में जूते भी नहीं थे लेकिन देश का गौरव बढ़ाने के इरादे उनके मन में थे । सच ही कहते हैं कि
पंखों से नहीं ,
हौसलों से उड़ान होती है ।
क्रिकेट की कितनी कहानियां हैं । छोटे छोटे शहरों से निकल कर कैसे कितने क्रिकेटर चमके यह सबको मालूम है । कैप्टन कूल यानी महेंद्र सिंह धोनी रेलवे में टिकट कलेक्टर थे और मात्र छत्तीस सौ रुपये वेतन पाते थे । फिर भी उन्होंने सपना न छोड़ा और क्रिकेट में ऊंचाइयां छू कर दिखाईं । क्रिकेट के हर फाॅर्मेट में जीत दिलाई टीम को । अब धोनी अंतिम आईपीएल खेल कर विदा लेंगे लेकिन जो ज्ज्बा और जो जोश वे नये खिलाडियों को दे जायेंगे , वह कभी भूलेगा नहीं । अपने पूर्व राष्ट्रपति ए पी जे अब्दुल कलाम ने बचपन में अखबार तक घरों में बांटे । रामेश्वरम् में उनका घर देखने का अवसर मिला । इन दिनों खबर है कि एक मंदिर के ऊपर उनकी मूर्ति लगाई गयी है । डाॅ कलाम ने ही मंत्र दिया कि सपने वे होते हैं जो आपको सोने न दें न कि सपनों में सो जाओ । सपने पूरे करने के लिए जागना और मेहनत करना जरूरी है । मीरा चानू भी सपना देखते जागती रही और आखिरी रात तक सोचती रही कि जब मुझे मेडल मिलेगा तब कैसा महसूस होगा,,,,कितना विश्वास था मीरा को अपने प्रदर्शन पर कि कोई न कोई मेडल वह देश के लिए लायेगी ही ।
हरियाणा का यजुवेंद्र चहल अपने पिता के खेत में गेंदबाजी का अभ्यास करता था और आज एक सितारा है । हरभजन सिंह अपनी बहनों को थका देता था बाॅलिंग करवा कर । अभ्यास ही अभ्यास और ऊंचे इरादे ही मीरा चानू से लेकर हर नये खिलाड़ी का मंत्र है । आज सारे देश का सिर और तिरंगा गौरव से ऊँचा है ।
झंडा ऊंचा रहे हमारा....
सबसे प्यारा , सबसे न्यारा
रंग भरते हैं इसमें
हमारे खिलाड़ी, वैज्ञानिक और कलाकार ...