ये कहां आ गये हम? 

ये कहां आ गये हम? 

-*कमलेश भारतीय
हांसी के पार्क में प्रेमी जोड़े की हत्या! यमुनानगर में बेटी ने लेस्बियन होने के चलते मां और भाई की हत्या की। सोनाक्षी की शादी पर हाय तौबा क्यों? ऐसे अनेक मामले इन दिनों अखबारों की सुर्खियां बन रहे हैं, जो एक प्रकार से हमारे समाज का चेहरा सामने ला रहे हैं। प्रेम तो सहज, स्वाभाविक है और पहली नज़र में हो जाता है। फिर इसे ऑंनर‌ के साथ, पगड़ी के साथ क्यों जोड़ा जाता है? जब प्रेम में पड़े प्रेमी शादी ही कर लेते हैं, फिर बाकी क्या रह जाता है, जिसके लिए इन्हें मार दिया जाता है? एक सोलह साल का किशोर अपनी बहन को उसके ससुराल में जाकर मार देता है ऑनर किलिंग के नाम पर। हांसी के पार्क में बैठे नवविवाहित जोड़े पर गोलियां बरसाई जाती हैं ऑनर किलिंग के नाम पर। एक बेटी अपनी सगी मां और भाई को मार देती है लेस्बियन होने के कारण। ये लिव इन, ये लेस्बियन और‌ लव जिहाद ये नये चेहरे हैं हमारे समाज के। यदि सोनाक्षी सिन्हा ने अपने ब्बाॅय फ्रेंड से शादी कर ली तो हाय तौबा क्यों? सिर्फ इसलिए कि वह मुस्लिम है? यह तो कोई वजह न हुई हाय तौबा मचाने की। सोनाक्षी के भाई इसमें शामिल नहीं हुए, उनका कहना है कि यह उनका अपना निजी फैसला है। मां पूनम व पापा शत्रुघ्न सिन्हा दोनों आये और‌ शादी को स्वीकार किया! शत्रुघ्न ने तो कहा कि मेरी बेटी की शादी है, मैं खुश क्यों न होऊं? इस तरह हमारे समाज के नये रंग रूप,‌ नये चेहरे सामने आ रहे हैं। लेस्बियन लड़की अब पुलिस वालियों के गले लग कर रो रही है या रोने का ढोंग कर रही है। अपने मामा के बेटे के साथ मिलकर पहले मां व‌ भाई को मारा और अब पछतावे के आंसू? लिव इन में कितनी युवतियां टुकड़े टुकड़े कट कर फ्रिज में रखी गयीं? कैसा है यह प्रेम का नया रंग रूप? लिव इन तक चलेगा, शादी के लिए ज़ोर दिया तो टुकड़े टुकड़े कर दिये। यह है प्रेम का नया चेहरा। यह है हमारा नया बनता हुआ समाज। 
इस जीवन का यही है, यही है रंग रूप! 
-*पूर्व उपाध्यक्ष, हरियाणा ग्रंथ अकादमी।