समाचार विश्लेषण/दो चुटकी सिंदूर की कीमत कौन जाने
-कमलेश भारतीय
पश्चिमी बंगाल की तृणमूल कांग्रेस की युवा सांसद नुसरत जहां जब शपथ लेने गयीं तो बोलीं -मी नुसरत जहां जैन के नाम पर शपथ लेती हूं । कमाल । हाथों में लाल चूड़ा, बालों की मांग के बीच सिंदूर और साड़ी पहन कर जब यह बोली तो मानों गंगा यमुना संस्कृति बहने लगी । धार्मिक नेताओं ने इसकी कड़ी आलोचना की और सिंदूर व साड़ी को भी कोसा । इस पर तब लिखा था कि दो चुटकी सिंदूर की कीमत तुम क्या जानो साहब । नुसरत जहां अब फिर चर्चा में है , निखिल जैन से हुई शादी को अमान्य बता कर । उसका कहना है कि यह शादी तुर्की में हुई थी जो वैध नहीं और जब शादी ही वैध नहीं तो तलाक किस बात का मांग रहे हैं निखिल मुझसे ? यह नयी नुसरत बोल रही है और सचमुच दो चुटकी सिंदूर तो कब का धुल गया। इसकी कोई कीमत नुसरत के मन में भी नहीं थी । नुसरत तो निखिल जैन की रंगोली साड़ियों की ब्रांड एम्बेसेडर थी और फिर ये एक दूसरे को पसंद करने लगे और नवम्बर , 2019 में तुर्की में शादी कर ली । इस तरह यह प्यार प्यार कुछ महीने चला और फिर एक फिल्म की शूटिंग में नुसरत मिली हीरो यशदास गुप्ता से और रेल की पटरियों की तरह गाड़ी दूसरी पटरी पर चल पड़ी । प्यार का नया सिलसिला शुरू हुआ । निखिल देखता रहा नुसरत के व्यवहार में आ रहे बदलाव को । उसने भारतीय कानून के अनुसार शादी रजिस्टर करवाने को कहा पर नुसरत कन्नी काटती रही । आखिर जब नुसरत प्रेग्नेंट हो गयी तब निखिल के सब्र का बांध टूट गया और उसने मीडिया में आकर कहा कि यह बच्चा मेरा नहीं । दूसरी ओर से नुसरत भी बोली कि तुर्की में जो शादी हुई वह शादी थी ही कहां? वह तो लिव इन था । शादी नहीं थी । वह लाल चूड़ा और सिंदूर सब लिव इन ? यह आरोप भी लगाया कि निखिल ने उसके खाते से पैसे निकले जबकि निखिल ने कहा कि नुसरत ने अपना मकान छुड़वाने के लिए पैसे मांगे थे और कहा था कि जैसे जैसे पैसे आते जायेंगे , वैसे वैसे देती जाऊँगी। अभी मेरे पैसे बकाया हैं नुसरत पर । इस तरह इस लिव इन रिलेशनशिप के अनेक विवाद अब सामने आएंगे जबकि सोशल मीडिया पर नुसरत अपना बेबी बम्प बड़ी शान से दिखा रही है ।
इसका क्या असर होगा? एक धार्मिक नेता साफ कह रहा है कि यह रिश्ता नाजायज था लेकिन शादी बिल्कुल नहीं थी और खुद नुसरत ही इस शादी से पूरी तरह मुकर गयी है । निखिल बीच राह में खड़ा रह गया । कहां तो यह शादी लाइट हाॅट केक बिक रही थी और कहां इसके चर्चे नये रूप में होने लगे हैं । एक बहस छिड़ गयी है लिव इन रिलेशनशिप पर कि क्या यह वैध है ? क्या यह सामाजिक अराजकता नहीं ? खासतौर पर एक नारी खुलेआम अपनी शादी को लिव इन करार दे और छह माह की प्रेग्नेंसी को भी बड़े गर्व से दिखाए । यह कैसा समाज है ? एक नेता बन चुकी है नुसरत तो क्या उदाहरण देने जा रही है ? कभी नीना गुप्ता ने भी ऐसी बोल्डनेस दिखाई थी । क्रिकेटर विवियन रिचर्ड्स के साथ । बेटी भी हुई लिव इन में मोसाबा और अब नीना गुप्ता इस कदम से ज्यादा उत्साहित नज़र नहीं आतीं । मां बेटी से कभी कभी विवियन रिचर्ड्स मिलने आते हैं । रणबीर कपूर के साथ कभी दीपिका पादुकोण तो कभी कैटरीना कैफ लिव इन में रहीं । ऐसे फिल्मी दुनिया में लिव इन आम बात है । बाद में दीपिका पादुकोण तो डिप्रेशन का शिकार भी हुईं । यह लिव इन एक समय मौज मस्ती देता है और एक समय बाद जब ये रिश्ते दरकते हैं तो डिप्रेशन भी देते हैं। ज़िंदगी को दोबारा पटरी पर लाने में बड़ी मशक्कत करनी पड़ती है । आजकल अर्जुन कपूर और मलायका अरोड़ा भी इसी लिव इन के चलते चर्चा में हैं । अमिताभ बच्चन और रेखा की फिल्म दो अनजाने इसी विषय बनी एक शानदार फिल्म है और नुसरत जहां जैन इसी फिल्म की नायिका का किरदार जी रही लगती हैं । क्या नया मोड़ आयेगा वे भी नहीं जानतीं पर सुर्खियां में तो हैं । यह क्या कम है ...