किस पर भारी पड़ेगी यह चुप्पी? 

किस पर भारी पड़ेगी यह चुप्पी? 

-कमलेश भारतीय
हे धृतराष्ट्र महाराज। आज आपको हरियाणा के चुनावी महाभारत के नये दिन में ले चलता हूँ । आज बताने जा रहा हूं कि हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री व अब केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कांग्रेस की सिरसा से सांसद सुश्री सैलजा को ऑफर दिया है कि यदि वे कांग्रेस में आहत महसूस कर रही हैं तो भाजपा में आपका स्वागत् है । आपका पूरा पूरा मान-सम्मान होगा । इस ऑफर के जवाब में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे तुरंत सामने आये और बोले पहले भाजपा अपना घर तो संभाल ले, फिर कांग्रेस पर कोई उंगली उठाये । पहले प्रो रामबिलास शर्मा व अनिल विज पर तो कोई बात करें, फिर देखेंगे । प्रो रामबिलास शर्मा को तो हरियाणा में लालकृष्ण आडवाणी जैसी स्थिति में पहुंचा दिया है । उनको कोई ऑफर दीजिये खट्टर जी। 
महाराज धृतराष्ट्र ने संजय से पूछा कि बता संजय, सैलजा क्यों रूठीं ? ऐसी क्या बात हो गयी ?
इस पर संजय ने कहा-महाराज, असल मामला इतना है कि सुश्री सैलजा को लगा कि हरियाणा विधानसभा चुनाव में टिकटों के बंटवारे में उनके साथियों की अनदेखी हुई । दूसरे उनके बारे में किसी ने आपत्तिजनक वीडियो चला दिया, जिस पर न कांग्रेस हाईकमान और न ही हरियाणा प्रदेश कांग्रेस से तीन दिन तक कोई प्रतिरोध सामने आया । इससे  क्षुब्ध होकर वे अज्ञातवास में चली गयीं ।
-किसी ने कुछ कहा नहीं, संजय ? 
 -कहा न महाराज । पूर्व मुख्यमंत्री व नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा सामने आये और सुश्री सैलजा को 'छोटी बहन' बताते उस वीडियो पर कड़ी आपत्ति जताई और कहा कि जिसने यह कहा वे उसे कभी माफ नहीं करेंगे और यह भी कहा कि तह भाजपा द्वारा षड्यंत्र के अंतर्गत किया गया है ताकि हमारा वोट बैंक प्रभावित हो । इसके बावजूद सैलजा अज्ञातवास से बाहर नहीं आईं, महाराज । 
-फिर कब बाहर आयेंगीं कांग्रेस प्रत्याशियों का प्रचार और साथ देने संजय? महाराज धृतराष्ट्र ने पूछा । 
संजय ने बताना शुरू किया -महाराज ! सोमवार को वे अज्ञातवास से बाहर आ सकती हैं ।
-वो कैसे? 
-क्योंकि सोमवार को कांग्रेस की ओर से राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे व प्रियंका गांधी हरियाणा में चुनाव की रणभेरी बजाने आने वाले हैं और तब उन्हें आमंत्रित किया जायेगा । 
-क्या सचमुच सुश्री सैलजा प्रियंका गांधी के मनाने से मान जायेंगीं संजय? क्या ऐसा हो सकता है ? 
-महाराज धृतराष्ट्र ! सुश्री सैलजा की गांधी परिवार से निकटता तो सारा देश जानता है और अभी तक उन्हें मनाने के गंभीर प्रयास भी नहीं हुए । प्रियंका गांधी प्यार से मनायेंगीं तो आशा करते हैं कि सुश्री सैलजा अपनी चुप्पी तोड़ देगीं । किसी रूठे को मनाना तो चाहिए न, महाराज । 
-भाजपा शिविर की कोई सूचना नहीं दी, संजय? महाराज धृतराष्ट्र ने चलते चलते प्रश्न किया । 
-महाराज । भाजपा के निकट सहयोगी रहे मीडिया मुगल सुभाष चंद्रा ने भाजपा से दूरी बना ली है, हिसार में वे सावित्री जिंदल को समर्थन देने की घोषणा कर चुके हैं और आदमपुर में कांग्रेस प्रत्याशी चंद्रप्रकाश के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चल रहे हैं । 
-बात तो ठीक है तुम्हारी संजय । अब कल की प्रतीक्षा करते हैं । अब तुम भी जाओ संजय, विश्राम करो, कल आना । मैं भी विश्राम करूंगा अब। 
-*पूर्व उपाध्यक्ष, हरियाणा ग्रंथ अकादमी ।