हरियाणवी फिल्मों या वेब सीरीज को दर्शक क्यों नहीं मिलते?
-कमलेश भारतीय
हरियाणवी फिल्मों या वेब सीरीज को दर्शक क्यों नहीं मिलते? आज ओम स्टर्लिंग ग्लोबल यूनिवर्सिटी में स्टेज एप की ओर से प्रसिद्ध निर्देशक राजीव द्वारा निर्देशित वेब सीरीज के टीजर के रिलीज समारोह पर आयोजित संवाददाता सम्मेलन में यह बात एक बार गूंजी कि आखिर हरियाणवी फिल्मों व वेब सीरीज को दर्शक कब मिलेंगे? राजीव भाटिया जहाँ अनेक हिंदी धारावाहिकों का सफल निर्देशन कर चुके हैं वहीं अपनी माटी का कर्ज उतारने के लिए कुछ बरस पहले हरियाणवी फिल्म- पगड़ी द ऑनर फिल्म का निर्माण किया जिसमें आर्थिक घाटा उठाना पड़ा। यही नहीं यशपाल शर्मा की दादा लखमी भी आर्थिक घाटे में ही रही। बेशक इसे हरियाणा से बाहर भी काफी सराहना मिली। दोनों फिल्में को राष्ट्रीय पुरस्कार मिले। राजीव भाटिया ने हिम्मत नहीं हारी और अब स्टेज एप के लिए 'धाकड़ छोरियां' वेब सीरीज का निर्देशन किया है, जिसमें राखी लोहचब, निशा शर्मा, स्नेहा बिश्नोई, केलापति, ज्योति श्योराण, मीना मलिक, हरभजन बंसल, सतीश कश्यप, गुलशन थरेजा, गौरव, टाइगर बिश्नोई आदि ने विविध भूमिकाएं निभाई हैं। इसका टाइटल गीत ईशा खन्ना ने गाया है।
चंद्रावल के बाद कोई भी हरियाणवी फिल्म वैसी अपार सफलता नहीं पा सकी क्योंकि अब हालात बहुत बदल चुके हैं। यह बात एक सवाल के जवाब में राजीव भाटिया ने कही। उन्होंने स्टेज एफ द्वारा हरियाणवी और राजस्थानी वेब सीरीज बनाये जाने की मुक्त कंठ से सराहना की।
इस अवसर पर ओम स्टर्लिंग ग्लोबल यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो एन पी कौशिक ने जहाँ राजीव भाटिया के निर्देशन की और 'धाकड़ छोरियां' के विषय और छोरियों का मनोबल बढ़ाने की सराहना की, वहीं उन्होंने खुली पेशकश की कि कोई और भी उनकी यूनिवर्सिटी में किसी तरह का फिल्मांकन करना चाहे तो उसे भी पूरा सहयोग देंगे। कबीर दहिया ने स्टेज एप की ओर से संचालन किया। इस अवसर पर प्रो व प्रिंसिपल राजेन्द्र छिल्लर रश्मि, हिमानी खोखा भी मौजूद रहे।