पिज्जा, बिरयानी सहित विभिन्न व्यंजन बनाने सीख रही महिलाएं
स्वयं सहायता समूह की महिलाओं के लिए एसआईएचएम में छह दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम जारी।
रोहतक, गिरीश सैनी। तिलयार स्थित राज्य होटल प्रबंधन संस्थान, रोहतक (एसआईएचएम) में हरियाणा राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत स्वयं सहायता समूह की महिलाओं के लिए छह दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम जारी है। यह जानकारी संस्थान के व्याख्याता एवं कार्यक्रम संयोजक विकास देशवाल ने दी। देशवाल ने बताया कि इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में हरियाणा के पांच जिलों की लगभग 25 महिला प्रतिभागी प्रशिक्षण प्राप्त कर रही हैं।
भिवानी, रोहतक, हिसार, दादरी व जींद से प्रशिक्षण लेने पहुंची महिलाओं को संबोधित करते हुए संस्थान की प्राचार्य भानु विग ने कहा कि विभिन्न व्यंजन बनाना सीखकर महिलाएं स्वरोजगार शुरु कर सकती हैं और आत्मनिर्भर बन सकती हैं। उन्होंने कहा कि विभिन्न प्रकार के भारतीय व्यंजन एवं बेकरी व्यंजन साफ सफाई के साथ बनाने के प्रशिक्षण की समाप्ति पर प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र भी दिया जाएगा। यह प्रशिक्षण प्रतिभागियों की कुशलता व क्षमता बढ़ाने में सहायक सिद्ध होगा।
भिवानी की छात्रा वर्षा कहती हैं कि घर में खाना बनाते हैं, लेकिन यहां आकर ज्यादा बेहतर और नए व्यंजन बनाने के साथ ही हाइजीन के बारे में सीख रहे हैं। जींद में स्वयं सहायता समूह के तहत विभिन्न सरकारी विभागों में कैंटीन चलाने वाली प्रतिभागी पुनम, मीनू व सुषमा ने बताया कि वे यहां पर नए व्यंजन बनाना सीख कर उसे अपने कैंटीन के मेनू में शामिल करेंगी।
प्रशिक्षण कार्यक्रम संयोजक विकास देशवाल ने बताया कि इस प्रशिक्षण का उद्देश्य महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना है, ताकि वे नए व्यंजन बनाना सीखें और अच्छी तरह अपना पालन पोषण कर सकें। उन्होंने बताया कि खाना पकाने के दौरान हाइजीन स्तर सुधारने पर विशेष फोकस के साथ ही व्यवहारिक प्रशिक्षण पर जोर दिया गया है। प्रशिक्षण के दौरान महिला प्रतिभागियों के ठहरने का प्रबंध भी संस्थान परिसर में किया गया है।
इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में एसआईएचएम के शेफ राजाराम ने रायता, बर्गर बन, मठरी, गुलाब जामुन, पाव भाजी बिरयानी एवं पिज्जा जैसे अलग-अलग पकवान पूरी हाइजीन के साथ बनाना सिखाया है। इसके अलावा महिलाओं को साउथ इंडियन, चना भटूरा, पोहा, चाइनीज, दही भल्ला, फ्रुट केक आदि व्यंजन बनाने भी सिखाए जाएंगे।