प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हुआ देश की धरोहरों को संरक्षित करने का कार्यः केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह
कहा, देश आर्थिक महाशक्ति बनने की ओर अग्रसर।
रोहतक, गिरीश सैनी। केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में गत 9 वर्षों के दौरान केंद्र सरकार ने पुनर्जागरण का कार्य करते हुए सांस्कृतिक धरोहरों को सहेजने का कार्य किया है। सरकार द्वारा लिये गए अनेक महत्वपूर्ण फैसलों के परिणामस्वरूप देश आर्थिक महाशक्ति बनने की ओर अग्रसर है।
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह स्थानीय बाबा मस्तनाथ मठ में ब्रह्मलीन महंत चांदनाथ योगी की स्मृति में शंखढाल व मूर्ति स्थापना एवं प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि उपस्थितगण को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार द्वारा असंभव लगने वाले कार्यों को भी पूर्ण करवाया है। सरकार द्वारा अयोध्या में श्रीराम की जन्म स्थली में भव्य मंदिर का निर्माण जारी है। आगामी जनवरी माह में भगवान श्रीराम इस मंदिर में विराजमान होंगे। इसी प्रकार काशी विश्वनाथ के पुनर्निर्माण के अलावा केदारनाथ व कश्मीर में शारदा पीठ की पुनर्स्थापना का कार्य किया है। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा नई संसद के भवन पर चौल शासकों के सेंगोल को स्थापित किया गया है।
केंद्रीय सहकारिता मंत्री अमित शाह ने ब्रह्मलीन महंत चांदनाथ योगी को भावपूर्ण श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि उनकी मुलाकात योगी जी से जीवन के अंतिम पड़ाव में बाबा मस्तनाथ मठ में हुई थी। उन्होंने इस मुलाकात का जिक्र करते हुए कहा कि महंत चांदनाथ योगी ने कागज पर लिखकर संदेश दिया था कि असंभव दिखने वाले कार्य नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पूर्ण होंगे। ऐसे कार्य वे आज पूर्ण होते हुए देख रहे है। उन्होंने कहा कि महंत चांदनाथ से मिलने पर उन्हें आध्यात्मिक गहराई की अनुभूति हुई।
अमित शाह ने कहा कि बाबा मस्तनाथ मठ ने लोगों के कल्याण के लिए निरंतर कार्य किया है तथा नाथ सम्प्रदाय की परम्परा को आगे बढ़ाया। भारत अनेक संप्रदायों की भूमि रही है, यहां पर अनेक ऋषि-मुनियों ने तपस्या के बल पर सृष्टि के अनेक रहस्यों को उजागर किया है। नाथ सम्प्रदाय का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। उन्होंने अजंता एलोरा की गुफाओं के दौरे का जिक्र करते हुए कहा कि इन गुफाओं में दीवारों पर स्थित सभी कृतियों के कान में कुंडल है और नाथ सम्प्रदाय भी इसी परम्परा का अनुसरण कर रहा है। नाथ सम्प्रदाय ने समाज सेवा के अनेक आयाम गढ़े है। कोरोना काल के दौरान भी बाबा मस्तनाथ मठ द्वारा लोगों की सेवा की गई। 8वीं शताब्दी से शुरू हुई मठ की सेवा की परम्परा को महंत बालकनाथ आगे बढ़ा रहे है।
केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी द्वारा संत महात्माओं को देश की नीति निर्धारित करने में हिस्सेदारी देते हुए संसद व विधानसभाओं में प्रतिनिधित्व दिया है। उन्होंने कहा कि गत दिनों सम्पन्न हुए एशियन खेलों में देश के खिलाडिय़ों ने अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए एक सौ से अधिक पदक प्राप्त किये है। उन्होंने कहा कि देश की आजादी के सौ वर्ष पूर्ण होने पर भारत खेलों में भी सर्वप्रथम देश बन जायेगा। सरकार द्वारा खेल प्रतिभाओं को तराशने, उनके प्रशिक्षण, वित्त व शरीर पोषण के लिए अनेक कदम उठाये गए है। सरकार द्वारा पारदर्शी तरीके से खिलाड़ियों के चयन को सुनिश्चित किया गया है। उन्होंने हरियाणा के खिलाड़ियों की उपलब्धियों की भी प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि गत दिनों दिल्ली में सम्पन्न हुए जी-20 सम्मेलन में विपरित परिस्थितियों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा रखे गए दिल्ली घोषणा पत्र को पारित कर देश का मान बढ़ाया है।
केंद्रीय पर्यावरण एवं वन मंत्री भूपेंद्र यादव ने कहा कि उनका महंत चांदनाथ योगी से पुराना रिश्ता रहा है। महंत चांदनाथ योगी ने कर्मयोग की शिक्षा दी है, जिसके अनुसार कर्म करने से ही जीवन को सुधारा जा सकता है। नाथ सम्प्रदाय के संत महात्माओं ने सनातन परम्परा को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उन्होंने कहा कि बाबा मस्तनाथ मठ द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में भी विशेष योगदान दिया जा रहा है।
अलवर से लोकसभा सांसद महंत बालकनाथ ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह व अन्य विशिष्ट अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि जम्मू एवं कश्मीर से धारा 370 को समाप्त करने का कार्य प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तथा गृह मंत्री अमित शाह के नेतृत्व में शांति पूर्वक पूर्ण किया गया है। उन्होंने कहा कि अयोध्या में श्रीराम के भव्य मंदिर का निर्माण जारी है। उन्होंने ब्रह्मलीन महंत चांदनाथ योगी के योगदान का वर्णन करते हुए कहा कि उन्होंने हमेशा मठ के विकास के लिए कार्य किया तथा समाज सेवा का कार्य भी किया।
महंत बालकनाथ ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उन्होंने इस मठ को छोटे बच्चे की तरह सहारा देकर आगे बढ़ाया है। उन्होंने बाबा मस्तनाथ मठ की 8वीं शताब्दी में की गई स्थापना तथा विभिन्न महंतों द्वारा किये गए उल्लेखनीय कार्य का जिक्र किया।
कार्यक्रम में महंत विश्वेश्वरानंद, स्वामी परमानंद व महंत सूरजभान ने भी संबोधन किया। महाभारत में युधिष्ठिर की भूमिका निभाने वाले सुपवा कुलपति गजेंद्र चौहान ने महाभारत के विभिन्न प्रसिद्ध संवादों का उच्चारण किया। उन्होंने कहा कि महाभारत को विदेशों में भी लोगों ने कई बार देखकर इससे शिक्षा ग्रहण की है।
इस मौके पर भाजपा के प्रदेश प्रभारी विप्लव देव, भाजपा प्रदेशाध्यक्ष ओम प्रकाश धनखड़, प्रदेश के शहरी स्थानीय निकाय मंत्री डॉ. कमल गुप्ता, लोकसभा सांसद डॉ. अरविंद शर्मा एवं सुनीता दुग्गल, पूर्व शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा, पूर्व वित्तमंत्री कैप्टन अभिमन्यु, पूर्व सहकारिता मंत्री व भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष मनीष ग्रोवर, पूर्व प्रदेशाध्यक्ष सुभाष बराला के अलावा राई के विधायक मोहन लाल बडौली, नारनौल के विधायक अभय सिंह यादव, रोहतक मंडलायुक्त संजीव वर्मा, पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर, सीआईडी चीफ आलोक मित्तल, पुलिस महानिरीक्षक केके राव, मेयर मनमोहन गोयल, उपायुक्त अजय कुमार, पुलिस अधीक्षक हिमांशु गर्ग, सहायक आयुक्त अंडर ट्रेनिंग अंजली श्रोत्रीय, भाजपा प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य अजय बंसल, बाबा मस्तनाथ विश्वविद्यालय की कुलपति डॉ. अंजना राव, महंत बाबा कपिल पुरी, बाबा कालिदास, बाबा कर्णपुरी के अलावा नाथ सम्प्रदाय के लगभग 200 मठों के महंत मौजूद रहे।