दोआबा कॉलेज के एनएसएस द्वारा डिवैलपिंग साईको सोशल स्किलस ऑफ गुड हेल्पर पर वर्कशॉप आयोजित

दोआबा कॉलेज के एनएसएस द्वारा डिवैलपिंग साईको सोशल स्किलस ऑफ गुड हेल्पर पर वर्कशॉप आयोजित
दोआबा कॉलेज में ऑनलाईन वर्कशॉप में कृतिका पूणिया उपस्थिति को संबोधित करते हुए। 

जालन्धर: दोआबा कॉलेज के एनएसएस विभाग तथा महात्मा गाँधी नेशनल काऊँसिल ऑफ रूरल ऐजुकेशन-रू॥क्रष्ठ द्वारा  डिवैलपिंग साईको सोशल स्किलस ऑफ गुड हेल्पर पर ऑनलाईन वर्कशॉप का आयोजन किया गया जिसमें कृतिका पूणिया बतौर रिसोर्स पर्सन उपस्थित हुईं जिनका हार्दिक अभिनंदन प्रिंसीपल डा. प्रदीप भंडारी, प्रो. कंवलजीत सिंह-कोर्डिनेटर, डा. राकेश कुमार-सह-संयोजक, प्रोग्राम अफसरों तथा 50 एनएसएस वलंटियरों ने किया। प्रिंसीपल डा. प्रदीप भंडारी ने रिसोर्स पर्सन का स्वागत करते हुए कहा कि हमारे पूर्वज सदैव सनातन धर्म के मूल मंत्र संस्कार एवं विचारधारा वसुधैव कुटुबकम् पर विश्वास करते थे जिसमें सभी मानव जाती का भलाई करने का संदेश होता था तथा उन्होंने विद्यार्थियों को दूसरों की तकलीफ को महसूस कर हल निकालने का संदेश दिया। कृतिका पूणिया ने कहा कि वर्तमाण कोरोना काल में नॉन कोविड पेशीयंटस का महत्व बढ़ गया है क्योंकि यह कोविड पेशीयंटस के बढिय़ा हेल्परस बन सकते हैं क्योंकि यह बढिय़ा हेल्परस के गुणों- अच्छे लिसनर, पोजिटिव एटिट्यूड तथा सहायता व दया भाव से भरपूर होते हैं। कृतिका पूणिया ने एक केस स्टडी के तहत ईच वन- रीच वन का मंत्र देते हुए विद्यार्थियों अनुष्का, अमन, नितिका, कृतिका, सुधीर, बलजीत व मोनिया को रोल-प्ले सिचुयेशन क्रिएट करते हुए उपरोक्त विद्यार्थियों से कोविड-19 पेशीयंट की मदद करते हुए एक स्किट का सजीव मंचन सार्थक रूप से किया। अंत में संयोजक प्रो. कंवलजीत सिंह ने सभी का धन्यवाद किया।