इको-फ्रेंडली लाइफ स्टाइल आत्मसात करने और समाज को जागरूक करने के संकल्प के साथ एनवायरमेंटल चैलेंजस एंड सॉल्यूशंस पर सात दिवसीय कार्यशाला संपन्न।

इको-फ्रेंडली लाइफ स्टाइल आत्मसात करने और समाज को जागरूक करने के संकल्प के साथ एनवायरमेंटल चैलेंजस एंड सॉल्यूशंस पर सात दिवसीय कार्यशाला संपन्न।

रोहतक, गिरीश सैनी। महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय के एनवायरमेंटल सस्टेनेबिलिटी सेल द्वारा - एनवायरमेंटल चैलेंजस एंड सॉल्यूशंस विषयक सात दिवसीय कार्यशाला संपन्न हो गई। इस कार्यशाला में जहां ग्रीन वालंटियर्स को खेती की समस्याओं, किसान की आय बढ़ाने के तरीके, मिट्टी की उपजाऊ शक्ति को बढ़ाने, वेस्ट मैनेजमेंट, वायु प्रदूषण पर नियंत्रण, ओजोन परत का संरक्षण, जल संसाधन प्रबंधन बारे व्यावहारिक जानकारी दी गई, वहीं प्रतिस्पर्धात्मक गतिविधियों, डिसक्शन, डेमोस्ट्रेशन, आइडिया जनरेशन तथा एक्सपर्ट टॉक आदि का आयोजन किया गया।

इस कार्यशाला के समापन सत्र में सेंट्रल सॉइल सैलेनिटी रिसर्च इंस्टीट्यूट, करनाल से डॉ. देवेन्द्र सिंह बुंदेला ने बतौर मुख्यातिथि राज्य में पानी की स्थिति और उसके कुप्रबंधन से होने वाली समस्याओं पर प्रकाश डाला। ईएसएम सेल की कोआर्डिनेटर प्रो. विनिता हुड्डा ने स्वागत भाषण देते हुए स्वच्छ, हरित और टिकाऊ पर्यावरण के लिए स्थानीय समस्याओं पर काम करने की आवश्यकता पर बल दिया। पत्रकारिता एवं जनसंचार विभागाध्यक्ष प्रो. हरीश कुमार ने प्रदेश में प्रदूषण से बिगड़ती नदियों की स्थिति पर अपने अनुभव साझा किए और विद्यार्थियों को इस मुद्दे पर काम करने के लिए प्रेरित किया। आयोजन सचिव डॉ. सुरेन्द्र यादव तथा डॉ. केके शर्मा ने इस कार्यशाला का समन्वयन किया। जूनियर लैब असिस्टेंट राजेश कुमार तथा बॉटनी विभाग के शोधार्थियों ने आयोजन सहयोग दिया। कार्यशाला के अंत में ग्रीन वालंटियर्स ने इको-फ्रेंडली लाइफ स्टाइल आत्मसात करने और  समाज को जागरूक करने का संकल्प लिया।

19/09/23