विश्व आयोडीन अल्पता विकार निवारण दिवस मनाया
रोहतक, गिरीश सैनी। स्थानीय उपमंडल नागरिक अस्पताल कलानौर में वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी प्रभारी डॉ. कमला वर्मा की अध्यक्षता में विश्व आयोडीन अल्पता विकार निवारण दिवस मनाया गया। उन्होंने कहा कि भोजन में केवल आयोडीन युक्त नमक इस्तेमाल करके इन सभी रोगों से पूरी तरह से बचा जा सकता है।
डॉ कमला वर्मा ने कहा कि विश्व आयोडीन अल्पता विकार निवारण दिवस का उद्देश्य लोगों में आयोडीन की कमी से होने वाली बीमारियों के बारे में जागरूक करना है। भोजन में आयोडीन तत्वों का प्रयोग उचित मात्रा में होना शरीर की बढ़त और बुद्धि के अच्छे विकास के लिए बहुत जरूरी है। आयोडीन की कमी से थायराइड ग्रंथि सही से काम नहीं करती। आयोडीन की कमी से मांसपेशियों और नसों में भी रक्त का प्रवाह सुचारू रूप से नहीं होता। इसकी कमी से बढ़ते हुए बच्चों में मंदबुद्धि, बौनापन, गूंगापन, बहरापन तथा अपंगता जैसे रोग हो जाते हैं, जो बाद में फिर किसी भी इलाज से ठीक नहीं होते।
उन्होंने कहा कि गर्भवती औरतों में आयोडीन की कमी से गर्भपात हो जाता है या फिर मरा हुआ बच्चा भी पैदा हो सकता है। घेंघा रोग भी आयोडीन की कमी से होता है। भोजन में केवल आयोडीन युक्त नमक इस्तेमाल करके इन सभी रोगों से पूरी तरह से बचा जा सकता है।
ब्लॉक एक्सटेंशन एजुकेटर जसवीर रंगा ने कहा कि नमक के पैकेट पर उगते सूरज का निशान आयोडीन युक्त नमक की खास पहचान है। इस दौरान वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डॉ. संजीव कुमार मलिक, एएसएमओ डॉ विवेक गेरा, डॉ. रश्मि, डॉ सलोनी सहित अन्य स्टाफ सदस्य मौजूद रहे।