समाचार विश्लेषण/यह इश्क नहीं आसां, बस इतना समझ लीजै
-*कमलेश भारतीय
इश्क के बारे में बहुत कुछ कहा जाता है और सबके अपने अपने अनुभव हैं । इसीलिए कहा जाता है:
यह इश्क नहीं आसां बस इतना समझ लीजै
इक आग का दरिया है और डूब के जाना है ...
सच्चा इश्क तो कुछ ऐसा ही है । कितनी प्रेम कहानियां -लैला मजनूं , हीर रांझा, मिर्जा साहिबां और भी हो सकती हैं । कितनी फिल्में बनीं जैसे मुगल ए आज़म जो पुरानी हो या नयी आज भी पसंद की जाती है । देवदास तीन तीन बार बनी । प्रेम की कहानी ही तो है -उसने कहा था ...मूक बलिदान की कहानी । प्रेम के लिए मर मिट जाने वाली कहानी । प्रेम देता है , लेता नहीं । प्रेम अर्पण है , समर्पण है । प्रेम की कहानी ही तो है वह फिल्म जिसमें राखी और परीक्षित साहनी हैं -तपस्या ।
पर ऐसा प्रेम न देखा न सुना जो कल्याणी सिंह ने किया अंतर्राष्ट्रीय शूटर सिप्पी के साथ । पहले प्रेम और फिर अपनी आंखों के सामने शाॅर्प शूटरों से पार्क में गोलियों से छलनी करवा कर चुपचाप चल देना । बेटी है कल्याणी हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट की जज की बेटी । पहले वे पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट में जज थीं , यह उन दिनों की प्रेम कहानी है । सुखमनप्रीत सिह सिद्धू उर्फ सिप्पी और जज की बेटी कल्याणी प्यार में थे एकदूसरे के । फिर शादी के लिए दबाब बनाया कल्याणी ने तो सिप्पी के परिवारजन सहमत न हुए । दूसरी तरफ सिप्पी ने कल्याणी की अपने साथ आपत्तिजनक फोटोज दोस्तों और अभिभावकों को लीक कर दीं जिससे कल्याणी बुरी तरह आहत हो गयी और यह कदम उठा लिया । तीन दिन लगातार पार्क में मिलती रही और आखिरकार अपनी ही आंखों के सामने गोलियों से छलनी करवा दिया और चलती बनी । और इस केस को , इस सच्चाई को सामने आने में लग गये पौने सात साल । सवाल यही था कि आखिर किसने यह कांड किया या करवाया तो बात पहुंची फोटोज वायरल होने पर और फिर कल्याणी पकड़ ली गयी और इस तरह प्यार शर्मिंदा हो गया , शर्मसार हो गया । सिप्पी और कल्याणी की प्रेम कहानी खूनी कांड के रूप में याद की जायेगी ।
मोहब्बत की ऐसी कहानी पे रोये ..
बड़ी चोट खाई जवानी पे रोये ...
-*पूर्व उपाध्यक्ष, हरियाणा ग्रंथ अकादमी ।