यूथ फेस्टीवल रंग-तरंग में साहित्य, कला, संगीत, नृत्य की मनमोहक झांकी खूब लुभा रही।
रोहतक, गिरीश सैनी। भारत के ऐतिहासिक पन्नों से निकलकर कुछ किरदार महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय में आयोजित किए जा रहे 37वें इंटर यूनिवर्सिटी नार्थ वेस्ट जोन यूथ फेस्टिवल रंग-तरंग में रंगमंच में जीवंत हो गए।
महाभारत महाकाव्य के प्रमुख किरदार अंगराज कर्ण, उज्जैन के प्रतापी राजा भर्तृहरि तथा उनकी सुंदर पत्नी पिंगला, एवं उस समय के इतिहास से जुड़े पात्रों का द्वंद, संघर्ष, अस्तित्व की लड़ाई रविवार को पुन: एमडीयू के राधाकृष्णन सभागार में वन एक्ट प्ले इवेंट में आंखों के सामने प्रतिभागी टीमें लेकर सामने आई। भव्य सेट, भाव प्रवण अभिनय, व्यक्तिगत द्वंद, प्रेम, बेवफाई, छल-कपट, आशा-निराशा, सत्तालोलुपता की दास्तां नाटक में जीवंत हुई।
टैगोर सभागार में प्रतिभागी टीमों ने शास्त्रीय नृत्यों की शानदार प्रस्तुतियां दी। भारत की शास्त्रीय नृत्य परंपरा की खूबसूरती इस इवेंट में देखने को मिली।
वहीं, दोपहर कालीन सत्र में लोक संगीत की धुनों ने फोक आर्केस्ट्रा इवेंट में भारतीय लोक संगीत की समृद्ध परंपरा दर्शाई। टैगोर सभागार की गैलरी में प्रतिभागियों ने पोस्टर मेकिंग, रंगोली तथा कोलाज में अपनी रचना शीलता तथा सौंदर्य बोध का प्रदर्शन किया। डा. अंबेडकर हॉल में शास्त्रीय संगीत गायन एकल तथा सुगम संगीत लाइट म्यूजिक गायन सोलो में खूबसूरत सुर लहरियां की गूंज रही। एफडीसी कांफ्रेंस हॉल में प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता का आयोजन हुआ।
टैगोर सभागार में रविवार के कार्यक्रमों का प्रारंभ एआईयू पर्यवेक्षक प्रो. अरूण पाटिल तथा डीन, स्टूडेंट वेलफेयर प्रो. रणदीप राणा ने दीप प्रज्ज्वलन के साथ किया। इस युवा महोत्सव के मुख्य संयोजक डीन, स्टूडेंट वेलफेयर प्रो. रणदीप राणा ने बताया कि युवा महोत्सव का आयोजन सुचारू रूप से हो रहा है। निदेशक युवा कल्याण डा. जगबीर राठी तथा सहायक निदेशक युवा कल्याण डा. प्रताप राठी कार्यक्रम समन्वयन में दायित्व निर्वहन कर रहे हैं। वहीं, विभिन्न आयोजन संबंधित समिति संयोजक तथा सदस्य निर्धारित दायित्व का निर्वहन कर रहे हैं। एमडीयू के स्टूडेंट वालंटियर्स आयोजन में विशेष योगदान दे रहे हैं। साहित्य, कला, संगीत, नृत्य की मनमोहक झांकी यूथ फेस्टीवल रंग-तरंग में कार्यक्रम में उपस्थित जन को खूब लुभा रही है।